सरकारी खाते से उड़ा दी 17 करोड़ से अधिक की रकम, अफसरों के उड़े होश
- एसएलएओ उधमसिंह नगर के खाते से 17.51करोड़ और बागपत के खाते से 4.41 करोड़ से अधिक रकम फर्जी चेकों से उड़ाई
- रुद्रपुर के इंडसइंड बैंक में लगाए गए अलग-अलग डेट पर चार चेक
रुद्रपुर लोकपथ संदेश ब्यूरो
विशेष भूमि अध्यापित अधिकारी उधमसिंह नगर और बागपत के सरकारी खाते में जमा रकम बैंक में फर्जी चेक लगाकर 17 करोड़ से अधिक की रकम उड़ाने का मामला सामने आया है। सोमवार को जब खाते की मासिक जांच के दौरान जब रकम निकाले जाने का मामला पकड़ में आया तो प्रशासनिक अधिकारियों के होश उड़ गए। इसके बाद आनन-फानन में प्रशासनिक अधकारियों और पुलिस की टीम बैंक पहुंची और घंटों पूछताछ की। फर्जी तरीके से निकाली गई रकम कई अकाउंट में भेजी गई थी। जांच के दौरान इन अकाउंट में डाली गई करीब छह करोड़ की रकम को फ्रीज कर दिया गया है। मामले में पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज के जरिए फर्जी चेक लगाने वालों और उसके मददगारों को चिन्हित करने की कोशिश की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, सोमवार को रुद्रपुर के एसएलओ कार्यालय में एनएच 74 के मुआवजे को लेकर समीक्षा के दौरान यह मामला पकड़ में आया। इसके बाद एसएलओ कौस्तुभ मिश्रा, एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के, एसपी सिटी मनोज कत्याल, एएसपी निहारिका तोमर, एनएच के अधिकारी फोर्स के साथ इंडसइंड बैंक पहुंच गए। उन्होंने बैंक अधिकार्यों और कर्मचारियों से पूछताछ की। एसएलओ कौस्तुभ मिश्रा ने बताया कि बैंक में आकर पता चला कि एसएलएओ ऊधमसिंहनगर के फर्जी हस्ताक्षर से तीन फर्जी चेकों से 13 करोड़ 51 लाख रुपये और बागपत के एसएलएओ के फर्जी हस्ताक्षर से एक फर्जी चेक से 4 करोड़ 41 लाख रुपये बैंक से निकाले गए हैं। कुछ चेक 28 अगस्त और कुछ 31 अगस्त को लगाए गए हैं। जिन फर्जी चेक के माध्यम से भुगतान लिया गया है, उन्हीं नंबरों के असली चेक कार्यालय में सरकारी खाते की चेक बुक में मौजूद हैं। खातों से निकाली गई रकम का ट्रांजेक्शन विभिन्न खातों में हुआ है। अब तक की जांच में ऐसी छह करोड़ की राशि फ्रीज कर दी गई है।
वहीं एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोढ़के ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्य लिए जा रहे हैं। अभी जांच जारी है। विशेष भूमि अध्यापित अधिकारी उधमसिंह नगर की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।