अनाज निर्यात समझौते को झटका, रूस ने यूक्रेन के बंदरगाह पर दागीं मिसाइल
रूस ने यूक्रेन के काला सागर के जरिए अनाज निर्यात के शिपमेंट की अनुमति देने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के 24 घंटे से भी कम समय में ओडेसा के बंदरगाह शहर पर हमला किया। यूक्रेनी सेना के अनुसार रूस ने चार कलिब्र क्रूज मिसाइलें दागीं, इनमें से दो को नष्ट कर दिया गया जबकि दो ने बंदरगाह के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया है। रविवार को, रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने शनिवार को ओडेसा बंदरगाह में एक सैन्य नाव को मिसाइलों से निशाना बनाया था। रूस के रक्षा मंत्रालय ने यह भी कहा कि उन्होंने अमरीका द्वारा यूक्रेन को आपूर्ति की गई हार्पून एंटी-शिप मिसाइलों को भी नष्ट कर दिया।
रूस और यूके्रन ने काला सागर बंदरगाहों को फिर से खोलने के लिए शुक्रवार को इस्तांबुल में संयुक्त राष्ट्र व तुर्की की मध्यस्थता में ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, ताकि युद्ध के बीच वैश्विक खाद्य संकट घटाने के लिए यूक्रेनी साइलो में फंसे लाखों टन अनाज का निर्यात हो सके। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेग निकोलेंको ने कहा, समझौते की स्याही भी नहीं सूखी और रूस अनाज निर्यात के लिए सुरक्षित गलियारा देने की प्रतिबद्धता का उल्लंघन कर रहा है। वहीं, कीव में अमरीकी राजदूत ब्रिजेट ब्रिंक ने इसे ‘समझौते का अपमानÓ कहा है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने भी हमले की निंदा की है। वहीं, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेंलेस्की ने कहा, रूस जो वादे करता है, वह कभी नहीं निभाता।
यूएन ने इसे ऐतिहासिक समझौता करार दिया है। फिलहाल, यह 120 दिन तक लागू रहेगा।
रूस अनाज ले जाने वाले जहाजों को काला सागर में सुरक्षित गलियारा देने पर राजी हुआ।
रूस अनाज के मालवाहक जहाजों व उन बंदरगाहों पर हमले नहीं करेगा, जहां से अनाज आपूर्ति हो रही है।
जहाजों के साथ यूक्रेन का सुरक्षा दस्ता होगा। कोई बारूदी सुरंग मिली तो उसे कोई तीसरा देश हटाएगा।
तुर्की व यूएन जांच करेंगे कि अनाज के साथ हथियार तो नहीं जा रहे।
काला सागर से रूसी अनाज व उर्वरक के निर्यात की भी सुविधा भी मिलेगी।