बाघों की दहाड़ से कांपा जंगल, पेड़ों पर पंजों की छोड़ी छाप, विभाग में हड़कंप
- खटीमा में बाघों के आपसी संघर्ष में मारा गया एक बाघ
- खटीमा के सुरई रेंज की घटना, शव का किया जा रहा पोस्टमार्टम
खटीमा लोकपथ संदेश ब्यूरो
वर्चस्व की जंग में खटीमा की सुरई रेंज में दो बाघों के बीच कड़ा संघर्ष हुआ। बाघों के संघर्ष के दौरान उनकी दहाड़ से पूरा जंगल कांप गया। संघर्ष इतना कड़ा रहा कि पेड़ों तक में बाघों के पंजें के निशानों की छाप दर्ज हो गई। इस संघर्ष के दौरान एक बाघ की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मौके से बाघ का शव कब्जे में लिया है। वन विभाग बाघ का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी में जुटा है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, आपसी संघर्ष में बाघ की जान गई है। मारे गए बाघ के गर्दन में भी गहरे दातों के निशान हैं। सुरई रेंज पीलीभीत टाइगर रिजर्व से सटी हुई है। अंदेशा है कि बाघों के इधर-उधर आने के दौरान ही उनमें संघर्ष हुआ होगा। बाघ की उम्र 10 से 12 साल के बीच बताई जा रही है।