उत्तराखंड

रुद्रपुर : नौ महीने से फरार जगजीत को तलाश नहीं कर सकी थी ऊधमसिंह नगर पुलिस

Spread the love

रुद्रपुर। दिल्ली पुलिस ने जिस शातिर जगजीत सिंह को गिरफ्तार किया है, वह नौ महीने से फरार था। वह जेल से पैरोल पर छूटा था। दिल्ली पुलिस का दावा है कि वह गणतंत्र दिवस से पहले ही राजधानी में धमाकों की साजिश रच रहा था। पुलिस ने दो दिन पहले गिरफ्तार दो संदिग्ध आतंकवादियों घर से 2 हैंड ग्रेनेड बरामद किए हैं।

गूलरभोज, गदरपुर के गांव कोपा कृपाली गांव का रहने वाला जगजीत सिंह जग्गा उस जस्सा उर्फ याकूब उर्फ कप्तान पर वर्ष 2018 में रुद्रपुर क्षेत्र में हत्या का आरोप लगा था। घटना के बाद से फरार जगजीत सिंह को रुद्रपुर पुलिस ने पकड़ कर जेल भेज दिया था। बताया जाता है कि पिछले वर्ष अप्रैल में जगजीत 20 दिन की पैरोल पर जेल से बाहर आया था। घर आने से पहले ही वह रास्ते में पैरोल कस्टडी से फरार हो गया था। जगजीत के खिलाफ गदरपुर थाने में पैरोल से फरार होने का एक मुकदमा भी दर्ज है। हालांकि इसके बाद से वह जिला पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया। या यूं कहें कि पुलिस ने उसे तलाश करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई।

दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक जगजीत कुख्यात बंबीहा गिरोह का सदस्य है और विदेशी किलर गैंग के भी संपर्क में है। दिल्ली पुलिस की कामयाबी पर कहीं न कहीं जिला पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठना लाजमी है। ऊधमसिंह नगर के एसएसपी मंजूनाथ टीसी का कहना है कि पुलिस लगातार दिल्ली और पंजाब पुलिस के संपर्क में है।
बड़ी बात यह है की गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत जगजीत सिंह और उसके साथी नौशाद के भलस्वा की श्रद्धा नगर कॉलोनी स्थित किराए के घर से शुक्रवार को खून के निशान भी मिले हैं। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि दोनों ने किसी युवक की हत्या कर उसका वीडियो बनाकर अपने आकाओं को कनाडा और पाकिस्तान भेजा था। शनिवार दिन में पुलिस ने भलस्वा डेरी के जोहड से एक युवक की लाश के कुछ टुकड़े बरामद कर लिए। शव किसका है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है।

पुलिस ने फिलहाल उसके गांव स्थित आवास की तलाशी नहीं ली है। संभव है कि कुछ सुराग यहां से भी मिल जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *